किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह,
वो मिला भी हमसे अजनबी की तरह,
किसे ख़बर थी बढ़ेगी कुछ और तारीकी,
छुपेगा वो किसी बदली में चाँदनी की तरह।
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह,
वो मिला भी हमसे अजनबी की तरह,
किसे ख़बर थी बढ़ेगी कुछ और तारीकी,
छुपेगा वो किसी बदली में चाँदनी की तरह।